यह बात एक शहर में रहने वाले रईस सेठ की है जिसने शादियाँ भी चार की थी। उसकी उम्र करीब 64-65 रही होगी। अब आप सोच सकते हैं कि इस उम्र के आदमियों का लण्ड क्या खड़ा होता होगा। उसके घर में हर काम के लिये अलग-अलग नौकर लगे हुए थे। उसकी तीन पत्नियों का तो ठीक-ठाक था क्योंकि उन्होंने सेठ से भरपूर मजा लिया था पर चौथी पत्नी की हालत खराब थी क्योंकि उसकी उम्र 25-26 साल रही होगी और इस उम्र में उसे किसी भी प्रकार का मजा नहीं मिल पा रहा था। आखिर उसने तंग आकर ऐसा फैसला किया जिसे पढ़कर आप सब के होश उड़ जाएंगे।
उसकी एक नौकरानी थी। अपनी जवानी से तंग आकर एक दिन उसने अपनी नौकरानी से कहा- अब नहीं रहा जाता ! मैं तो अब नौकरों से अपनी चूत चुदवाकर अपनी जवानी की प्यास को ठण्डी करूँगी ! तू मेरा साथ दे तो हम दोनों को भरपूर मजा मिल सकता है ! आप यह कहानी
हिंदी सेक्स स्टोरीज वेबसाइट पर पढ़ रहे है।
नौकरानी भी एक नंबर की चुदक्कड़ थी और सेठ से तो कई बार चुदवा चुकी थी। वो तुरंत तैयार हो गई। फिर उसने दो नौकरों को बुलाया। वे दोनों नौकर काफी गरीब थे और सेठ के यहां दो वक्त की रोटी के लिये जी-तोड़ मेहनत करते थे। वे दोनों सेठानी के सामने किसी मुजरिम की तरह खड़े हो गये। सेठानी ने उन दोनों को ऊपर से नीचे तक गौर से देखा और नौकरानी से कहा- वाह क्या हट्टे कट्टे हैं ये दोनों !
फिर उसने नौकरों से कहा- तुम दोनों को मेरा एक काम करना होगा ! नौकरों ने डरते-डरते पूछा- क्या काम है मालकिन ? सेठानी ने कहा- तुम्हें हमारी चूत को चोद कर फाड़ना पड़ेगा। उन दोनों नौकरों के तो होश ही उड़ गए। दोनों की जबान से आवाज नहीं निकल रही थी। फिर उन दोनों ने हिम्मत करके पूछा- आप हमारी परीक्षा क्यों ले रहीं हैं मालकिन ? सेठानी ने गुस्सा होकर कहा- मादरचोदो ! अगर नौकरी करनी है तो हमारा यह काम करना पड़ेगा, नहीं तो जाओ तुम्हारी आज से छुट्टी।
अब उन दोनों के आगे कोई दूसरा चारा नहीं था। तो उन दोनों ने सेठानी से पूछा- हमें करना क्या है? तब सेठानी ने नौकरानी से कहा- दरवाजा बंद कर दे ! नौकरानी ने जल्दी से दरवाजा बंद कर दिया। फ़िर सेठानी ने कहा- अब तुम दोनों अपने अपने कपड़े उतार कर मेरे पास आओ। उन्होंने ऐसा ही किया और एकदम नंगे होकर सेठानी के सामने खड़े हो गए। सेठानी ने उन दोनों का लंड देखा तो उसकी बांछें खिल गई। उसने जल्दी से एक नौकर का लंड अपने हाथ में लिया और मुठ मारने लगी और दुसरे नौकर के लंड को अपने मुँह में ले लिया और चूसने लगी।
कुछ देर लंड चूसने के बाद वो बिस्तर पर चित्त लेट गई और उन दोनों को भी बिस्तर पर आने का न्यौता दिया। दोनों बिस्तर पर लेट गए। नौकरानी भी नंगी होकर अपनी चूत में उंगली डालकर मजे ले रही थी। फिर सेठानी ने दोनों से कहा- मेरी एक-एक चूची दोनों बांट लो और उसे मसल डालो, चाट डालो, चूस डालो। दोनों ने ऐसा ही किया। करीब 10 मिनट चूची की चुसाई के बाद सेठानी ने कहा- मेरी सलवार उतारो ! एक नौकर ने सलवार का नाड़ा खोलकर उसे नीचे खिसकाया। आधा खिसकते ही सेठानी ने उसे रोक दिया और कहा- अभी इतना ही ! बाकी कुछ देर के बाद ! आप यह कहानी हिंदी सेक्स स्टोरीज वेबसाइट पर पढ़ रहे है।
फिर से नौकरों ने उसकी चूची चूसना शुरू कर दिया। सेठानी ने नौकरानी से कहा- क्या तुम अपनी चूत को उंगली से चोद रही है ! इधर आ और मेरी चूत को चाट! नौकरानी दौड़कर आई और सेठानी की चूत को चाटने लगी। कुछ देर के बाद सेठानी ने उसे रोक दिया और कहा- पूरा माल तू ही चाट लेगी तो ये दोनो बेचारे क्या मुठ मार कर रहेंगे? तू हट और इन दोनों को चाटने दे।
फिर सेठानी ने एक नौकर को इशारे से चूत चाटने को कहा। नौकर जल्दी से चूत चाटने के लिये नीचे खिसक गया। उसकी तो आज जिंदगी बन गई। सेठानी की चूत जो रसगुल्ले की तरह थी उसे वो चाटने लगा। सेठानी मदहोश होने लगी। फिर उसने दुसरे नौकर को भी मौका दिया। वो भी जल्दी से नीचे गया और चूत चाटने लगा। चूत से नमकीन पानी गिरने लगा जो नौकर गटगटा कर पी गया। इधर नौकरानी सेठानी की चूची को चूसती जा रही थी। कुछ देर के बाद सेठानी ने कहा- बस, अब मेरी सलवार पूरी उतारो। दोनों ने ऐसा ही किया- उसे पूरी तरह से नंगी कर दिया। फिर सेठानी ने कहा- अब तुम मेरी चूत को चोद कर उसका भरता बना दो !
एक नौकर सेठानी को चोदने लगा उस ने आव देखा न ताव, अपना लंड सेठानी की चूत के दीवाल पर लगाकर ऐसा धक्का मारा कि पूरा का पूरा लंड एक ही बार में सेठानी की चूत को ककड़ी की तरह चीरता हुआ समा गया। सेठानी का बदन ऐंठने लगा। फिर दूसरा नौकर सेठानी की एक चूची और नौकरानी भी एक चूची चूसने लगी, जिससे उसे कुछ राहत मिली।
सेठानी थोड़ी देर के बाद जोश में आ गई और नीचे से चूतड़ उछालने लगी। नौकर ने भी अपनी रफ़्तार बढ़ा दी और सेठानी की चूत में ताबड़तोड़ धक्के मारने लगा। कुछ देर के बाद सेठानी ने उस नौकर को नीचे आने के लिये कहा और नौकर नीचे चित्त लेट गया।
फिर सेठानी नौकर के ऊपर चढ़ गई और उसके लंड को अपनी चूत में डाल लिया और खुद धक्के मारने लगी। फिर थोड़ी देर में उसने दुसरे नौकर को कहा- तुम पीछे से मेरी गांड में अपना लंड डालो। दूसरे नौकर ने लंड पर खूब तेल लगाकर सेठानी की गांड के छेद में लंड को रखकर एक करारा धक्का मारा। सेठानी के मुंह से चीख निकल गई लेकिन थोड़ी ही देर में सब शांत हो गया और उन दोनों ने धक्कों की रफ़्तार बढा दी। आप यह कहानी हिंदी सेक्स स्टोरीज वेबसाइट पर पढ़ रहे है।
करीब 20 मिनट के बाद वह ऐंठने लगी और चिल्लाने लगी- चोदो मुझे ! फाड़ दो मेरी गांड और चूत! मैं तुम दोनों को मालामाल कर दूंगी ! चोदो मादरचोदो ! चोदो मुझे ! आ .. .. … …. ….. हा …………. और ………… तेज चोदो। फिर कुछ ही देर में वो झड़ गई लेकिन दोनों नौकर उसे चोदते रहे और वो चुदवाती रही। कुछ देर के बाद उन दोनों ने भी अपना माल उसकी चूत और गांड में उड़ेल दिया। फिर उस रात बारी बारी से कई बार उन दोनों ने सेठानी और नौकरानी को चोदा।
The posts and content on this website are provided for entertainment purposes only.
Any resemblance to actual persons, living or dead, or actual places, events, or locales is entirely coincidental Hindi sex stories Chudai kahaniyan Antarvasna kahani Bhabhi sex stories Padosan chudai kahani Chut gand chudai Free Hindi sex stories Hot bhabhi chudai Dive into erotic fantasies